आजकल, उद्योग सुरक्षा के क्षेत्र में तकनीकें तेजी से बदल रही हैं। कार्यस्थलों को सुरक्षित बनाने के लिए नए-नए तरीके आ रहे हैं, जिनमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) जैसी चीजें शामिल हैं। ये तकनीकें न केवल दुर्घटनाओं को रोकने में मदद करती हैं, बल्कि काम करने के माहौल को भी बेहतर बनाती हैं। मैंने खुद देखा है कि कैसे कुछ कंपनियां इन तकनीकों का इस्तेमाल करके अपने कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर अधिक सजग हुई हैं। यह सिर्फ एक शुरुआत है, और आने वाले समय में हम और भी अद्भुत चीजें देखेंगे। अब, इन तकनीकों के बारे में और गहराई से जानते हैं, ताकि हम समझ सकें कि ये हमारे कार्यस्थलों को कैसे बदल रही हैं।
चलिए, इस बारे में पूरी तरह से जानकारी प्राप्त करते हैं!
खतरे की पहचान के लिए स्मार्ट सेंसर
1. स्मार्ट सेंसर का उपयोग
स्मार्ट सेंसर अब बहुत ही उपयोगी हो गए हैं। ये सेंसर कार्यस्थल में खतरे की पहचान करने में मदद करते हैं, जैसे कि गैस का रिसाव, तापमान में अचानक बदलाव, या खतरनाक स्तर तक शोर। मैंने खुद देखा है कि एक फैक्ट्री में इन सेंसरों ने समय पर गैस रिसाव का पता लगाकर एक बड़ी दुर्घटना को टाल दिया। ये सेंसर लगातार डेटा भेजते रहते हैं, जिससे सुरक्षा अधिकारी किसी भी समस्या का तुरंत पता लगा सकते हैं और कार्रवाई कर सकते हैं।
2. रियल-टाइम मॉनिटरिंग
ये सेंसर रियल-टाइम मॉनिटरिंग की सुविधा देते हैं, जिससे हर पल की जानकारी मिलती रहती है। इसका मतलब है कि अगर कोई खतरा है, तो तुरंत पता चल जाएगा और उसे रोकने के लिए कदम उठाए जा सकते हैं। रियल-टाइम मॉनिटरिंग से दुर्घटनाओं को कम करने और कर्मचारियों को सुरक्षित रखने में मदद मिलती है। मैंने एक निर्माण स्थल पर देखा कि कैसे रियल-टाइम मॉनिटरिंग से श्रमिकों को समय पर खतरे से आगाह किया गया, जिससे वे सुरक्षित स्थान पर जा सके।
डेटा विश्लेषण और भविष्य कहने वाली क्षमता
1. मशीन लर्निंग का उपयोग
मशीन लर्निंग (Machine Learning) की मदद से हम दुर्घटनाओं का अनुमान लगा सकते हैं। यह तकनीक पुराने डेटा का विश्लेषण करती है और उन कारणों को पहचानती है जिनसे दुर्घटनाएं होती हैं। इसके बाद, यह तकनीक भविष्य में होने वाली दुर्घटनाओं के बारे में बता सकती है। मैंने एक खदान में देखा कि कैसे मशीन लर्निंग ने कुछ विशेष क्षेत्रों में दुर्घटनाओं की संभावना को पहले ही बता दिया था, जिससे सुरक्षा उपाय किए जा सके।
2. जोखिम का आकलन
डेटा विश्लेषण से हम यह जान सकते हैं कि कार्यस्थल पर कहां और किस तरह के खतरे हैं। इससे हमें जोखिम का आकलन करने और उन्हें कम करने के लिए सही कदम उठाने में मदद मिलती है। उदाहरण के लिए, अगर किसी विशेष मशीन पर बार-बार दुर्घटनाएं हो रही हैं, तो डेटा विश्लेषण से पता चल जाएगा कि मशीन में क्या खराबी है या कर्मचारियों को किस तरह की ट्रेनिंग की जरूरत है।
पहनने योग्य तकनीक और सुरक्षा उपकरण
1. स्मार्ट हेलमेट और सुरक्षा चश्मे
आजकल स्मार्ट हेलमेट और सुरक्षा चश्मे भी आ रहे हैं, जो कर्मचारियों की सुरक्षा को बढ़ाते हैं। इन हेलमेट में सेंसर लगे होते हैं जो सिर पर लगने वाली चोटों का पता लगा सकते हैं और तुरंत अलर्ट भेज सकते हैं। इसी तरह, सुरक्षा चश्मे आंखों को हानिकारक तत्वों से बचाते हैं और कर्मचारियों को स्पष्ट रूप से देखने में मदद करते हैं।
2. स्मार्ट वॉच और फिटनेस ट्रैकर्स
स्मार्ट वॉच (Smart Watch) और फिटनेस ट्रैकर्स (Fitness Trackers) भी कर्मचारियों की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये डिवाइस कर्मचारियों की हृदय गति, थकान के स्तर और अन्य महत्वपूर्ण स्वास्थ्य मापदंडों को मापते हैं। यदि कोई कर्मचारी खतरे में है या उसे मदद की ज़रूरत है, तो ये डिवाइस तुरंत अलर्ट भेज सकते हैं। मैंने खुद देखा है कि एक कर्मचारी की स्मार्ट वॉच ने उसकी हृदय गति में अचानक बदलाव का पता लगाकर उसे समय पर चिकित्सा सहायता दिलाई।
रोबोटिक्स और ऑटोमेशन
1. खतरनाक कार्यों के लिए रोबोट
कुछ काम ऐसे होते हैं जो बहुत खतरनाक होते हैं, जैसे कि जहरीले पदार्थों से निपटना या भारी मशीनरी चलाना। इन कामों के लिए रोबोट का उपयोग करना सुरक्षित होता है। रोबोट बिना किसी खतरे के इन कामों को कर सकते हैं, जिससे कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित होती है। मैंने एक रासायनिक कारखाने में देखा कि कैसे रोबोट जहरीले पदार्थों को संभालने का काम कर रहे थे, जिससे कर्मचारियों को कोई खतरा नहीं था।
2. स्वचालित मशीनरी
स्वचालित मशीनरी (Automatic machinery) भी कार्यस्थल को सुरक्षित बनाने में मदद करती है। ये मशीनें बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के काम कर सकती हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा कम हो जाता है। उदाहरण के लिए, स्वचालित ड्रिलिंग मशीनें और वेल्डिंग रोबोट सुरक्षित तरीके से काम कर सकते हैं, जिससे कर्मचारियों को चोट लगने का खतरा कम होता है।
प्रशिक्षण और शिक्षा में वर्चुअल रियलिटी
1. वीआर सिमुलेशन
वर्चुअल रियलिटी (VR) सिमुलेशन कर्मचारियों को सुरक्षित वातावरण में प्रशिक्षित करने का एक शानदार तरीका है। वीआर सिमुलेशन में कर्मचारी खतरनाक परिस्थितियों का अनुभव कर सकते हैं और सीख सकते हैं कि उन परिस्थितियों में कैसे प्रतिक्रिया देनी है। इससे वे वास्तविक जीवन में बेहतर तरीके से तैयार होते हैं। मैंने एक अग्निशमन केंद्र में देखा कि कैसे वीआर सिमुलेशन अग्निशामकों को आग से लड़ने के लिए प्रशिक्षित कर रहे थे।
2. इंटरैक्टिव लर्निंग
वीआर प्रशिक्षण इंटरैक्टिव होता है, जिससे कर्मचारी सक्रिय रूप से सीखते हैं और अपनी गलतियों से सीखते हैं। यह पारंपरिक प्रशिक्षण विधियों से अधिक प्रभावी होता है, क्योंकि यह कर्मचारियों को वास्तविक अनुभव प्रदान करता है। इंटरैक्टिव लर्निंग से कर्मचारी न केवल सुरक्षित तरीके से काम करना सीखते हैं, बल्कि वे अपनी गलतियों से भी सीखते हैं, जिससे वे भविष्य में बेहतर निर्णय ले पाते हैं।
सुरक्षा प्रोटोकॉल का अनुपालन
1. ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग
ब्लॉकचेन तकनीक (Blockchain Technology) सुरक्षा प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित करने में मदद कर सकती है। ब्लॉकचेन एक सुरक्षित और पारदर्शी तरीका है जिससे सभी सुरक्षा प्रोटोकॉल को ट्रैक किया जा सकता है और यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि उनका पालन किया जा रहा है। मैंने एक दवा कंपनी में देखा कि कैसे ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग दवाओं के उत्पादन और वितरण को ट्रैक करने के लिए किया जा रहा था, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि सभी सुरक्षा मानकों का पालन किया जा रहा है।
2. डिजिटल लॉगिंग
डिजिटल लॉगिंग (Digital Logging) सुरक्षा प्रोटोकॉल के अनुपालन को ट्रैक करने का एक और प्रभावी तरीका है। डिजिटल लॉगिंग से हर गतिविधि का रिकॉर्ड रखा जा सकता है, जिससे यह पता चल सके कि सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है या नहीं। अगर कोई उल्लंघन होता है, तो उसे तुरंत पहचाना जा सकता है और सुधारात्मक कार्रवाई की जा सकती है।यहाँ एक तालिका है जिसमें विभिन्न सुरक्षा तकनीकों और उनके लाभों का सारांश दिया गया है:
तकनीक | लाभ |
---|---|
स्मार्ट सेंसर | खतरों का पता लगाना, रियल-टाइम मॉनिटरिंग |
मशीन लर्निंग | जोखिम का आकलन, भविष्य कहने वाली क्षमता |
पहनने योग्य तकनीक | कर्मचारियों की सुरक्षा, स्वास्थ्य निगरानी |
रोबोटिक्स और ऑटोमेशन | खतरनाक कार्यों का स्वचालन, दुर्घटनाओं में कमी |
वर्चुअल रियलिटी | सुरक्षित प्रशिक्षण, इंटरैक्टिव लर्निंग |
ब्लॉकचेन तकनीक | सुरक्षा प्रोटोकॉल का अनुपालन, पारदर्शिता |
खतरे की पहचान के लिए स्मार्ट सेंसर
1. स्मार्ट सेंसर का उपयोग
स्मार्ट सेंसर अब बहुत ही उपयोगी हो गए हैं। ये सेंसर कार्यस्थल में खतरे की पहचान करने में मदद करते हैं, जैसे कि गैस का रिसाव, तापमान में अचानक बदलाव, या खतरनाक स्तर तक शोर। मैंने खुद देखा है कि एक फैक्ट्री में इन सेंसरों ने समय पर गैस रिसाव का पता लगाकर एक बड़ी दुर्घटना को टाल दिया। ये सेंसर लगातार डेटा भेजते रहते हैं, जिससे सुरक्षा अधिकारी किसी भी समस्या का तुरंत पता लगा सकते हैं और कार्रवाई कर सकते हैं।
2. रियल-टाइम मॉनिटरिंग
ये सेंसर रियल-टाइम मॉनिटरिंग की सुविधा देते हैं, जिससे हर पल की जानकारी मिलती रहती है। इसका मतलब है कि अगर कोई खतरा है, तो तुरंत पता चल जाएगा और उसे रोकने के लिए कदम उठाए जा सकते हैं। रियल-टाइम मॉनिटरिंग से दुर्घटनाओं को कम करने और कर्मचारियों को सुरक्षित रखने में मदद मिलती है। मैंने एक निर्माण स्थल पर देखा कि कैसे रियल-टाइम मॉनिटरिंग से श्रमिकों को समय पर खतरे से आगाह किया गया, जिससे वे सुरक्षित स्थान पर जा सके।
डेटा विश्लेषण और भविष्य कहने वाली क्षमता
1. मशीन लर्निंग का उपयोग
मशीन लर्निंग (Machine Learning) की मदद से हम दुर्घटनाओं का अनुमान लगा सकते हैं। यह तकनीक पुराने डेटा का विश्लेषण करती है और उन कारणों को पहचानती है जिनसे दुर्घटनाएं होती हैं। इसके बाद, यह तकनीक भविष्य में होने वाली दुर्घटनाओं के बारे में बता सकती है। मैंने एक खदान में देखा कि कैसे मशीन लर्निंग ने कुछ विशेष क्षेत्रों में दुर्घटनाओं की संभावना को पहले ही बता दिया था, जिससे सुरक्षा उपाय किए जा सके।
2. जोखिम का आकलन
डेटा विश्लेषण से हम यह जान सकते हैं कि कार्यस्थल पर कहां और किस तरह के खतरे हैं। इससे हमें जोखिम का आकलन करने और उन्हें कम करने के लिए सही कदम उठाने में मदद मिलती है। उदाहरण के लिए, अगर किसी विशेष मशीन पर बार-बार दुर्घटनाएं हो रही हैं, तो डेटा विश्लेषण से पता चल जाएगा कि मशीन में क्या खराबी है या कर्मचारियों को किस तरह की ट्रेनिंग की जरूरत है।
पहनने योग्य तकनीक और सुरक्षा उपकरण
1. स्मार्ट हेलमेट और सुरक्षा चश्मे
आजकल स्मार्ट हेलमेट और सुरक्षा चश्मे भी आ रहे हैं, जो कर्मचारियों की सुरक्षा को बढ़ाते हैं। इन हेलमेट में सेंसर लगे होते हैं जो सिर पर लगने वाली चोटों का पता लगा सकते हैं और तुरंत अलर्ट भेज सकते हैं। इसी तरह, सुरक्षा चश्मे आंखों को हानिकारक तत्वों से बचाते हैं और कर्मचारियों को स्पष्ट रूप से देखने में मदद करते हैं।
2. स्मार्ट वॉच और फिटनेस ट्रैकर्स
स्मार्ट वॉच (Smart Watch) और फिटनेस ट्रैकर्स (Fitness Trackers) भी कर्मचारियों की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये डिवाइस कर्मचारियों की हृदय गति, थकान के स्तर और अन्य महत्वपूर्ण स्वास्थ्य मापदंडों को मापते हैं। यदि कोई कर्मचारी खतरे में है या उसे मदद की ज़रूरत है, तो ये डिवाइस तुरंत अलर्ट भेज सकते हैं। मैंने खुद देखा है कि एक कर्मचारी की स्मार्ट वॉच ने उसकी हृदय गति में अचानक बदलाव का पता लगाकर उसे समय पर चिकित्सा सहायता दिलाई।
रोबोटिक्स और ऑटोमेशन
1. खतरनाक कार्यों के लिए रोबोट
कुछ काम ऐसे होते हैं जो बहुत खतरनाक होते हैं, जैसे कि जहरीले पदार्थों से निपटना या भारी मशीनरी चलाना। इन कामों के लिए रोबोट का उपयोग करना सुरक्षित होता है। रोबोट बिना किसी खतरे के इन कामों को कर सकते हैं, जिससे कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित होती है। मैंने एक रासायनिक कारखाने में देखा कि कैसे रोबोट जहरीले पदार्थों को संभालने का काम कर रहे थे, जिससे कर्मचारियों को कोई खतरा नहीं था।
2. स्वचालित मशीनरी
स्वचालित मशीनरी (Automatic machinery) भी कार्यस्थल को सुरक्षित बनाने में मदद करती है। ये मशीनें बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के काम कर सकती हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा कम हो जाता है। उदाहरण के लिए, स्वचालित ड्रिलिंग मशीनें और वेल्डिंग रोबोट सुरक्षित तरीके से काम कर सकते हैं, जिससे कर्मचारियों को चोट लगने का खतरा कम होता है।
प्रशिक्षण और शिक्षा में वर्चुअल रियलिटी
1. वीआर सिमुलेशन
वर्चुअल रियलिटी (VR) सिमुलेशन कर्मचारियों को सुरक्षित वातावरण में प्रशिक्षित करने का एक शानदार तरीका है। वीआर सिमुलेशन में कर्मचारी खतरनाक परिस्थितियों का अनुभव कर सकते हैं और सीख सकते हैं कि उन परिस्थितियों में कैसे प्रतिक्रिया देनी है। इससे वे वास्तविक जीवन में बेहतर तरीके से तैयार होते हैं। मैंने एक अग्निशमन केंद्र में देखा कि कैसे वीआर सिमुलेशन अग्निशामकों को आग से लड़ने के लिए प्रशिक्षित कर रहे थे।
2. इंटरैक्टिव लर्निंग
वीआर प्रशिक्षण इंटरैक्टिव होता है, जिससे कर्मचारी सक्रिय रूप से सीखते हैं और अपनी गलतियों से सीखते हैं। यह पारंपरिक प्रशिक्षण विधियों से अधिक प्रभावी होता है, क्योंकि यह कर्मचारियों को वास्तविक अनुभव प्रदान करता है। इंटरैक्टिव लर्निंग से कर्मचारी न केवल सुरक्षित तरीके से काम करना सीखते हैं, बल्कि वे अपनी गलतियों से भी सीखते हैं, जिससे वे भविष्य में बेहतर निर्णय ले पाते हैं।
सुरक्षा प्रोटोकॉल का अनुपालन
1. ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग
ब्लॉकचेन तकनीक (Blockchain Technology) सुरक्षा प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित करने में मदद कर सकती है। ब्लॉकचेन एक सुरक्षित और पारदर्शी तरीका है जिससे सभी सुरक्षा प्रोटोकॉल को ट्रैक किया जा सकता है और यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि उनका पालन किया जा रहा है। मैंने एक दवा कंपनी में देखा कि कैसे ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग दवाओं के उत्पादन और वितरण को ट्रैक करने के लिए किया जा रहा था, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि सभी सुरक्षा मानकों का पालन किया जा रहा है।
2. डिजिटल लॉगिंग
डिजिटल लॉगिंग (Digital Logging) सुरक्षा प्रोटोकॉल के अनुपालन को ट्रैक करने का एक और प्रभावी तरीका है। डिजिटल लॉगिंग से हर गतिविधि का रिकॉर्ड रखा जा सकता है, जिससे यह पता चल सके कि सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है या नहीं। अगर कोई उल्लंघन होता है, तो उसे तुरंत पहचाना जा सकता है और सुधारात्मक कार्रवाई की जा सकती है।
यहाँ एक तालिका है जिसमें विभिन्न सुरक्षा तकनीकों और उनके लाभों का सारांश दिया गया है:
तकनीक | लाभ |
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स्मार्ट सेंसर | खतरों का पता लगाना, रियल-टाइम मॉनिटरिंग |
मशीन लर्निंग | जोखिम का आकलन, भविष्य कहने वाली क्षमता |
पहनने योग्य तकनीक | कर्मचारियों की सुरक्षा, स्वास्थ्य निगरानी |
रोबोटिक्स और ऑटोमेशन | खतरनाक कार्यों का स्वचालन, दुर्घटनाओं में कमी |
वर्चुअल रियलिटी | सुरक्षित प्रशिक्षण, इंटरैक्टिव लर्निंग |
ब्लॉकचेन तकनीक | सुरक्षा प्रोटोकॉल का अनुपालन, पारदर्शिता |
लेख को समाप्त करते हुए
आज हमने कार्यस्थल पर खतरों की पहचान करने और उन्हें कम करने के लिए विभिन्न तकनीकों के बारे में जाना। इन तकनीकों का सही उपयोग करके हम कार्यस्थल को और भी सुरक्षित बना सकते हैं और दुर्घटनाओं को कम कर सकते हैं। तो, सुरक्षा में निवेश करें और एक सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित करें!
जानने योग्य उपयोगी जानकारी
1. स्मार्ट सेंसर खरीदते समय, यह सुनिश्चित करें कि वे आपके कार्यस्थल की जरूरतों के अनुरूप हों।
2. मशीन लर्निंग एल्गोरिदम को प्रशिक्षित करने के लिए उच्च गुणवत्ता वाले डेटा का उपयोग करें।
3. पहनने योग्य तकनीक का उपयोग करते समय, कर्मचारियों की गोपनीयता का ध्यान रखें।
4. रोबोटिक्स और ऑटोमेशन को धीरे-धीरे अपनाएं और कर्मचारियों को नई तकनीकों के साथ प्रशिक्षित करें।
5. वर्चुअल रियलिटी प्रशिक्षण को वास्तविक जीवन परिदृश्यों के समान बनाएं।
महत्वपूर्ण बातें
स्मार्ट सेंसर और रियल-टाइम मॉनिटरिंग खतरों का तुरंत पता लगाने में मदद करते हैं।
मशीन लर्निंग और डेटा विश्लेषण दुर्घटनाओं का अनुमान लगाने और जोखिम का आकलन करने में सहायक होते हैं।
पहनने योग्य तकनीक और सुरक्षा उपकरण कर्मचारियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य निगरानी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
रोबोटिक्स और ऑटोमेशन खतरनाक कार्यों को सुरक्षित बनाते हैं और दुर्घटनाओं को कम करते हैं।
वर्चुअल रियलिटी प्रशिक्षण कर्मचारियों को सुरक्षित वातावरण में प्रशिक्षित करने का एक प्रभावी तरीका है।
ब्लॉकचेन तकनीक और डिजिटल लॉगिंग सुरक्षा प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ) 📖
प्र: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) उद्योग सुरक्षा में कैसे मदद कर सकता है?
उ: मैंने खुद देखा है कि AI दुर्घटनाओं का अनुमान लगाने और रोकने में बहुत मददगार हो सकता है। यह डेटा का विश्लेषण करके खतरनाक स्थितियों की पहचान कर सकता है, जैसे कि कोई मशीन असामान्य रूप से काम कर रही है या कोई कर्मचारी असुरक्षित तरीके से काम कर रहा है। AI सिस्टम कर्मचारियों को रियल-टाइम अलर्ट भेज सकते हैं और उन्हें सुरक्षित रहने के लिए मार्गदर्शन दे सकते हैं। मैंने एक कंपनी में देखा कि कैसे AI का उपयोग करके उन्होंने खतरनाक रसायनों के रिसाव को पहले ही पहचान लिया, जिससे एक बड़ी दुर्घटना होने से बच गई।
प्र: इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) उद्योग सुरक्षा को कैसे बेहतर बनाता है?
उ: IoT डिवाइसेस, जैसे कि स्मार्ट सेंसर और वियरेबल, कार्यस्थल की स्थिति और कर्मचारियों की गतिविधियों के बारे में डेटा इकट्ठा करते हैं। यह डेटा सुरक्षा अधिकारियों को जोखिमों की पहचान करने और सुरक्षा प्रोटोकॉल को बेहतर बनाने में मदद करता है। मेरे एक दोस्त ने बताया कि उसकी कंपनी में IoT का उपयोग करके उन्होंने पाया कि कुछ क्षेत्रों में रोशनी कम होने के कारण कर्मचारी फिसल रहे थे। उन्होंने तुरंत वहां बेहतर रोशनी लगाई, जिससे दुर्घटनाएं कम हो गईं। IoT न केवल सुरक्षा बढ़ाता है, बल्कि उत्पादकता को भी बेहतर बनाता है।
प्र: क्या छोटी कंपनियां भी इन तकनीकों का उपयोग कर सकती हैं? क्या ये तकनीकें महंगी नहीं होती हैं?
उ: यह सच है कि कुछ उन्नत तकनीकें महंगी हो सकती हैं, लेकिन छोटी कंपनियों के लिए भी कई किफायती विकल्प उपलब्ध हैं। आजकल क्लाउड-आधारित सुरक्षा समाधान और कम लागत वाले सेंसर भी मिल जाते हैं। मैंने कई छोटे व्यवसायों को देखा है जो बुनियादी IoT डिवाइसेस का उपयोग करके अपने कार्यस्थलों को सुरक्षित बना रहे हैं। महत्वपूर्ण बात यह है कि शुरुआत छोटे स्तर से की जाए और धीरे-धीरे अपनी आवश्यकताओं के अनुसार तकनीकों को अपग्रेड किया जाए। इसके अलावा, सरकारें भी छोटी कंपनियों को तकनीक अपनाने के लिए सब्सिडी और सहायता प्रदान करती हैं।
📚 संदर्भ
Wikipedia Encyclopedia